Bihar Board Class 12th Physics Subjective Questions Answers 2024 | Part – 6
1. दे बोग्ली तरंग विद्युत चुम्बकीय तरंग प्रकृति में क्यों नहीं है ?
उत्तर- वैद्युत चुम्बकीय तरंगे त्वरित आवेशित कणों से ही उत्पन्न होती है परन्तु दे-बोग्ली तरंगे प्रत्येक गतिमान द्रव्यकणों से सम्बद्ध है। अतः दे बोग्ली तरंग प्रकृति में वैद्युत चुम्बकीय तरंगे नहीं होती है।
2. निरोधी विभव क्या है ?
उत्तर— कैथोड को प्रदान किया गया विभव का ऋणात्मक मान जो एनोड द्वारा उत्सर्जित सभी इलेक्ट्रॉन को कैथोड पर प्रतिकर्षित करता है, निरोधी विभव कहलाता है। निरोधी विभव पर प्रकाश विद्युत धारा शून्य होती है।
3. प्रकाश विद्युत प्रभाव क्या है ?
उत्तर- प्रकाश विद्युत प्रभाव-धातु पृष्ठ से प्रकाश के आपतन के कारण इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जन को घटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहा जाता है ।
प्रकाश द्वारा उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों को फोटो इलेक्ट्रॉन तथा इनके प्रवाह के कारण उत्पन्न धारा को प्रकाश विद्युत धारा कहा जाता है।
4. रंगीय विपथन (त्रुटि) को कैसे कम किया जाता है ?
उत्तर – दो प्रिज्मों को एक-दूसरे के विपरीत दिशा में जोड़ने से रंगीय विपथन को कम किया जाता है।
5. मृगतृष्णा की परिभाषा दीजिए |
उत्तर — रेगिस्तान और तारकोल वाली सड़कों को प्रकाशित दृष्टि श्रम के कारण पानी से ढका देखते हैं, परन्तु वहाँ पहुँचने पर पानी उपलब्ध नहीं होता । रेगिस्तानों में प्यासे पशु गर्म रेत पर पेड़ों के प्रतिबिम्ब देखकर पानी के तालाब होने की आशा करने पर, वहाँ पहुँचने पर पानी का तलाब नहीं पाते और अतः इसे प्रकाशिक दृष्टि भ्रम कहते हैं।
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6. कला सम्बद्ध स्रोत क्या है ?
उत्तर- ऐसे दो प्रकाश स्रोत जिनसे एक ही आवृत्ति की प्रकाश तरंगे वं निकलती हैं तथा जिनके बीच कलान्तर नियत रहता है, अर्थात् समय के साथ नहीं बदलता है, उन्हें कला-सम्बन्ध स्रोत कहते हैं। कला सम्बद्ध स्रोतों से उत्सर्जित प्रकाश तरंगें भी कला सम्बद्ध होती हैं। उदाहरण –
(i) फ्रेनल बाईप्रिज्म में स्लिट के दो आभासी प्रतिबिम्ब ।
(ii) लॉयड दर्पण में स्रोत तथा उसका आभासी प्रतिबिम्ब ।
7. प्रकाश में डॉप्लर प्रभाव के दो प्रयोग बतावें ।
उत्तर – प्रकाश में डॉप्लर प्रभाव के दो प्रयोग निम्नलिखित हैं : (i) तारों तथा प्रकाश गंगा की चाल मापने में।
(ii) सूर्य का अपने अक्ष के परितः परिक्रमण वेग ज्ञात करने में।
8. अपवर्तनांक से क्या समझते हैं ?
उत्तर— अपवर्तनांक एक नियतांक है, जिसके मदद से किसी भी माध्यम के प्रकाशीय व्यवहार की जानकारी प्राप्त होती है। किसी माध्यम का अपवर्तनांक निम्नलिखित दो कारकों पर निर्भर करता है :
(i) माध्यम का अपवर्तनांक, माध्यम के घनत्व पर निर्भर करता है
(ii) किसी भी माध्यम का अपवर्तनांक प्रकाश के तरंगदैर्घ्य पर निर्भर करता है, साथ ही प्रकाश के रंग पर भी निर्भर करता है।
9. लेंस की क्षमता से क्या समझते हैं ?
उत्तर— किसी लेंस की क्षमता उस लेंस के फोकस दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होता है। इसे ‘डायोप्टर’ में मापा जाता है। यदि लेंस की फोकस दूरी cm में हो, तो लेंस की क्षमता
P = 100/f
10. प्रकाश का व्यतिकरण क्या है ?
उत्तर— प्रकाश तरंगों के अध्यारोपण के कारण प्रकाशित क्षेत्र पर प्रदीप्ति घनत्व के पुनर्वितरण की घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहा जाता है।
प्रकाश का व्यतिकरण दो प्रकार का होता है :
(i) रचनात्मक व्यतिकरण, (ii) विनाशी व्यतिकरण ।