Bihar Board Class 12th Chemistry Subjective Questions Answers 2024 | Part – 4
1. कॉपर के वैद्युत अपघटन शोधन में एनोड पंक में उपस्थित सामान्य तत्वों के नाम दीजिए। वे वहाँ कैसे उपस्थित होते हैं ?
उत्तर – कॉपर के वैद्युत अपघटन शोधन में फोलेदार कॉपर से अशुद्धियाँ एनोड पंक के रूप में जमा होती हैं, जिसमें एन्टीमनी, सिलीनियम, टेल्यूरियम, चाँदी, सोना तथा प्लैटिनम मुख्य होती हैं।
2. निकिल शोधन की विधि समझाइए ।
उत्तर – निकिल का शोधन वाष्प प्रावस्था शुद्धिकरण (vapour phase refining) से किया जाता है। इसमें निकिल को Co के साथ गर्म करके Ni (CO)4 बनाते हैं। इसकी वाष्प को पुनः गर्म करने पर ऊष्मीय अपघटन होता है तथा शुद्ध निकिल प्राप्त होती है।
3. नाइट्रोजन की क्रियाशीलता फॉस्फोरस से भिन्न क्यों है?
उत्तर – नाइट्रोजन की क्रियाशीलता निम्न कारकों के कारण फॉस्फोरस से भिन्न होती है :
(i) लघु आकार तथा नाइट्रोजन परमाणु पर उच्च आवेश तीव्रता । (ii) नाइट्रोजन में d-कक्षकों की अनुपस्थिति ।
(iii) नाइट्रोजन की अधिकतम सह-संयोजकता 4 होती है, जबकि फॉस्फोरस की 6 होती है ।
4. फेन प्लवन विधि से दो सल्फाइड अयस्कों को किस प्रकार पृथक करेंगे ? उदाहरण सहित समझाइये ।
उत्तर – तेल और जल के अनुपात को संयोजित करके अथवा अवनमकों का उपयोग करके दो सल्फाइड अयस्कों को पृथक कर सकते हैं।
उदाहरण एक अयस्क में से जिंक सल्फाइड तथा लेड सल्फाइड को पृथक करने के लिए सोडियम सायनाइड (NaCN) का प्रयोग किया जाता है। यह चयनित रूप से ZnS को फेन में आने से रोकता है लेकिन PbS को फेन में आने देता है ।
5. H2 को शुष्क करने में सान्द्र गंधकाम्ले क्यों नहीं प्रयुक्त होता है?
उत्तर — H2SO4, H2O से क्रिया कर अधिक मात्रा में ऊष्मा ऊर्जा मुक्त करता है जिससे H2 जलने लगता है। अतः हे को शुष्क करने में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
Bihar Board Class 12th Chemistry Subjective Questions Answers 2024 | Part – 4
6. फ्लोरिन एक अधातु है जबकि आयोडिन का कुछ गुण धातु की तरह है, क्यों?
उत्तर – हैलोजन वर्ग में F से I तक I.P. का मान घटता है जिससे धात्विक गुण बढ़ता है। अतः Fluorine अधातु है जबकि Iodine में कुछ गुण धातु के होते हैं ।
7. O3 एक प्रबल ऑक्सीकारक की तरह क्यों क्रिया करती है?
उत्तर – गर्म करने पर, O3 (ओजोन) आसानी वे नवजात ऑक्सीजन (O) उत्पन्न करती है। मुक्त नवजात ऑक्सीजन जल्द ही ऑक्सीकरण अभिक्रियाओं में भाग लेती है। अतः O3 (ओजोन) एक प्रबल ऑक्सीकारक की तरह क्रिया करती है।
8. हीलियम को गोताखोरी के उपकरणों में उपयोग क्यों किया जाता है ? अथवा,
समुद्र के अंदर गोताखोर के श्वसन यंत्रों में ऑक्सीजन के साथ हीलियम भी मिश्रित रहता है । कारण बताएँ ।
उत्तर – आधुनिक गोताखोरी के उपकरणों में ऑक्सीजन के साथ हीलियम: भी प्रयुक्त की जाती है। हीलियम को ऑक्सीजन के तनुकारी के रूप में उपयोग किया जाता है क्योंकि रुधिर में इसकी विलेयता बहुत कम है। चूँकि रुधिर में यह बहुत कम घुलनशील होती है इसीलिए यह डिकम्प्रेशन को घटाती है ।
9. नाइट्रोजन द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है जबकि फॉस्फोरस P4 रूप में, क्यों ?
उत्तर— नाइट्रोजन द्विपरमाणुक अणु के रूप में पाया जाता है जबकि फॉस्फोरस P4 के रूप में क्योंकि नाइट्रोजन का आकार छोटा होता P4 है और विद्युत ऋणात्मकता अधिक होता है जिससे नाइट्रोजन त्रिबंध युक्त N2 के रूप में पाया जाता है। फास्फोरस का आकार बड़ा तथा विद्युत ऋणात्मकता कम होती है जिससे P-P एकल बंध होता है । अतः फॉस्फोरस P4 के रूप में पाया जाता है।
10. समझाइए कि क्यों NH3 क्षारकीय हैं, जबकि BiH3 केवल दुर्बल क्षारक है ?
उत्तर— NH3 क्षारकीय है जबकि BiH3 केवल दुर्बल क्षारक है क्योंकि NH3 पर आवेश की तीव्रता N-परमाणु के आकार के कारण अति उच्च होती है। केन्द्रीय परमाणु पर अधिक इलेक्ट्रॉन होने के कारण यह आसानी से एकाकी युग्म दान कर देता है तथा लुईस क्षार (Lewis base) की भाँति कार्य करता है।
BiH3 में केन्द्रीय परमाणु के बड़े आकार के कारण इलेक्ट्रॉन घनत्व कम होता है, इसलिए यह आसानी से एकाकी युग्म दान नहीं करता तथा दुर्बल क्षारक के रूप में कार्य करता है