Bseb 12th Physics Subjective Questions Answers 2024 | Part – 2
1. डायनेमो क्या है ?
उत्तर- डायनेमो एक ऐसा यंत्र है जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है। यह यंत्र विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर आधारित है ।
2. अतिचालकता से क्या समझते हैं
उत्तर— कुछ ऐसे पदार्थ होते हैं जिनकी प्रतिरोधकता ताप घटाने पर धातु की तरह पहले नियमित रूप से घटती है और एक ताप पर उसकी प्रतिरोधकता एकाएक घटकर शून्य हो जाती है। इस घटना को अतिचालकता कहते हैं और ऐसे पदार्थ को अतिचालक कहा जाता है।
3. पृथ्वी के चुम्बकीय तत्व से क्या समझते हैं ?
उत्तर- किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के परिमाण और दिशा का पूर्ण ज्ञान जिन राशियों से प्राप्त होता है, उन्हें उस स्थान पर पृथ्वी का चुम्बकीय तत्व कहते है। ये तत्व हैं : (a) दिक्पात, (b) नति या नमन, (c) पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक ।
4. स्थायी चुम्बक एवं विद्युत चुम्बक में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर- स्थायी चुम्बक— जो चुम्बक कमरे के ताप पर अपना चुम्बकत्व दीर्घ काल के लिए बनाए रखते हैं, स्थायी चुम्बक कहलाते हैं। स्थायी चुम्बकों के लिए उपयुक्त लौह चुम्बकीय पदार्थों की धारणशीलता तथा निग्राहिता अधिक होनी चाहिए।
विद्युत चुम्बक – विद्युत चुम्बक ऐसे लौह चुम्बकीय पदार्थों के बनाये जाते हैं जिनकी चुम्बकशीलता अति उच्च चुम्बकीय धारणशीलता तथा निग्राहिता बहुत कम होती है। नर्म लोहे की क्रोडयुक्त परिनालिका को विद्युत चुम्बक कहा जाता है।
5. विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम को परिभाषित करें ।
उत्तर- सभी वैद्युत चुम्बकीय तरंगों को यदि उनकी तरंगदैयों के आधार पर अथवा आवृत्तियों के आधार पर एक क्रम में रखा जाए तो जो अनुक्रम प्राप्त होता है, उसे वैद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम कहा जाता है ।
Bseb 12th Physics Subjective Questions Answers 2024 | Part – 2
6. मैक्सवेल की विस्थापन धारा क्या है ?
उत्तर – किसी तार से प्रवाहित स्थायी विद्युत धारा के कारण उसके चारों ओर स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है जिसके लिए ऐम्पियर का परिपथीय नियम मान्य होता है। यह नियम तब मान्य होता है जब बंद लूप में निहित सतह पर विद्युत क्षेत्र समय के साथ परिवर्तित नहीं हो । यदि उस सतह पर विद्युत क्षेत्र समय के साथ परिवर्ती हो तब यह नियम मान्य नहीं रहता। इस स्थिति में एक अतिरिक्त धारा की आवश्यकता होती है जिसे मैक्सबेल ने विस्थापन धारा का नाम दिया ।
7. विद्युत चुम्बकीय तरंग क्या है ? इसको दो गुणों को लिखें।
उत्तर – विद्युत चुम्बकीय तरंग — विद्युत चुम्बकीय तरंगें वे तरंगें उत्तर- होते हैं जो एक-दूसरे के लम्बवत् तलों में विद्युत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र के ज्यावक्रीय दोलनों से बनी होती है तथा ये दोलन तरंग संचरण की दिशा के लम्बवत् होते हैं ।
गुण : (i) विद्युत चुम्बकीय तरंग गति है जिसके विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र परस्पर लम्बवत् होते हैं ।
(ii) विद्युत चुम्बकीय तरंग में E तथा B का अनुपात एक निश्चित मान होता है। यह अनुपात प्रकाश के चाल के बराबर होता है। E/B = C
(iii) निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल निम्नलिखित सूत्र से दी जाती है
8. ध्रुवण तल एवं कंपन तल से क्या समझते हैं?
उत्तर— घूवण तल—वह तल जो कम्पन्न तल के लम्बवत् हो तथा जिसमें प्रकाश तरंग के संचरण की दिशा निहित हो, ध्रुवण तल कहलाता है कम्पन्न तल समतल ध्रुवित प्रकाश में वह तल जिसमें प्रकाश के विद्युत सदिश के कम्पनों की दिशा तथा प्रकाश तरंग के संचरण की दिशा दोनों ही निहित है, कम्पन्न तल कहलाता है।
9. आकाश नीला दिखता है, क्यों ?
उत्तर- प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण आकाश नीला दिखता है। रैलें के नियम के अनुसार बैंगनी रंग का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है। फिर भी आकाश बैंगनी नहीं बल्कि नीला दिखाई देता है। वास्तव में सूर्य के प्रकाश में बैंगनी रंग की तीव्रता काफी कम होती है। तथा बैंगनी रंग के लिए मानव नेत्र कम संवेदनशील होते हैं। अतः वायुमंडल के कणों से प्रकीर्णित प्रकाश नीले रंग के लिए उच्चतम होती है, जिसके फलस्वरूप आकाश नीला दिखाई पड़ता है।
10. परावर्तक दूरदर्शी की विशेषताएँ क्या है ?
उत्तर- परावर्तक दूरदर्शी के निम्नलिखित विशेषताएँ हैं
(i) परावर्तक दूरदर्शी में दर्पण का उपयोग होता है जिससे प्रकाश का अवशोषण बहुत कम होता है। अतः प्रतिबिम्ब चमकीला बनता है
(ii) परावर्तक दूरबीन में वर्ण विपथन तथा गोलीय दर्पण का दोष नहीं पाया जाता है। परंतु अपवर्तक दूरदर्शी में पाया जाता है
(iii) दूरदर्शक के अभिदृश्यक का द्वारक बड़ा होना आवश्यक है जिससे वस्तु का चमकीला प्रतिबिम्ब बनें परंतु बड़े द्वारक का लेंस बनाना कठिन तथा खर्चीला दोनों है जबकि बड़े द्वारक का दर्पण कम खर्च में आसानी से बनाये जा सकते हैं।