Bihar Board Class 12th Physics Subjective Questions Answers 2024 | Part – 1
1. ऊर्जा पट्टी से क्या समझते हैं ?
उत्तर— ऊर्जा पट्टी—क्वांटम सिद्धांत के अनुसार विद्युत क्षेत्रों द्वारा प्रभावित करनेवाले परमाणुओं में कक्षीय इलेक्ट्रॉनों के लिए काफी अधिक ऊर्जा तल उपलब्ध होते हैं। इस प्रकार से परस्पर प्रभावित परमाणुओं में एक-दूसरे के बहुत समीप वाले ऊर्जा तलों का समूह प्राप्त होता है, जिसे ऊर्जा पट्टी कहा जाता है।
2. नैज अर्धचालक एवं अपद्रव्यी अर्धचालक में अंतर लिखें ।
उत्तर- नैज अर्धचालक-शुद्ध अर्धचालक को ही नैज अर्धचालक कहा जाता है। इन्हें तात्विक अर्धचालक भी कहा जाता है। अपद्रव्यी अर्धचालक-जब शुद्ध अर्धचालक में थोड़ा सा अपद्रव्य मिला दिया जाए तो इसकी चालकता बहुत अधिक बढ़ जाती है। इस प्रकार के अर्धचालक को अपद्रव्यी अर्धचालक कहा जाता है।
3. नाभिकीय बंधन ऊर्जा क्या है ?
उत्तर— किसी भी नाभिक को उसके घटक कणों में अलग-अलग करने के लिए जितनी बाह्य ऊर्जा की आवश्यकता होती है, उसे उस नाभिक की नाभिकीय बंधन ऊर्जा कहा जाता है ।
4. बोर परमाणु मॉडल की क्या सीमाएँ हैं ? परमाणु के बोर मॉडल की दो कमियों का उल्लेख करें।
उत्तर : (i) यह परमाणु में इलेक्ट्रॉन वितरण के विषय में कोई विचार नहीं देता ।
(ii) स्पेक्ट्रल रेखाओं की आपेक्षित तीव्रता के विषय में यह ज्ञान नहीं देता ।
(iii) यह मॉडल जटिल परमाणुओं, एक से अधिक इलेक्ट्रॉन के परमाणुओं के स्पेक्ट्रा को नहीं समझा सका। (iv) यह मॉडल तरंग संख्या के विषय में कोई सूचना नहीं देता ।
5. नाभिकीय बल क्या है? इसके गुणों को लिखें।
उत्तर- नाभिकीय बल नाभिक में उपस्थित कणों के बीच प्रबल आकर्षण का नाभिकीय बल कहा जाता है जो उन्हें एक-दूसरे से बाँधे रहता है।
गुण: 1. नाभिकीय बल आकर्षण बल होते हैं।
2. नाभिकीय बल अत्यंत लघु परासी बल होते हैं।
3. नाभिकीय बल अवैद्युत तथा अगुरुत्वीय होते हैं । 4. नाभिकीय बल अत्यंत प्रबल होते हैं।
Bihar Board Class 12th Physics Subjective Questions Answers 2024 | Part – 1
6. प्रकाश के ध्रुवण से क्या समझते हैं ?
उत्तर – प्रकाश का ध्रुवण सामान्यतः साधारण प्रकाश को अधूवित प्रकाश कहा जाता है। साधारण प्रकाश के तरंग संचरण के लम्बवत् तल के कंपन को केवल एक ही दिशा में सीमित करने की घटना को प्रकाश का धूवण कहा जाता है तथा इस प्रकाश को सूवित प्रकाश कहा जाता है।
7. संयुक्त सूक्ष्मदर्शी का द्वारक छोटा होता है, क्यों ?
उत्तर— संयुक्त सूक्ष्मदर्शी का व्यवहार निकट स्थित सूक्ष्म वस्तुओं को देखने में किया जाता है। यदि सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक का द्वारक बड़ा होगा तो वस्तु से चलनेवाली प्रकाश किरणें बड़े द्वारक में फैलेगी, जिससे इसकी तीव्रता घट जायेगी । यही कारण है कि संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक का द्वारक छोटा रखा जाता है।
8. विद्युत चुम्बक बनाने के लिए नरम लोहे का प्रयोग होता है पर स्थायी चुम्बक बनाने के लिए इस्पात का उपयोग होता है, क्यों ?
उत्तर- विद्युत चुम्बक के लिए नरम लोहे का उपयोग इसलिए होता है कि उसकी चुम्बकीय प्रवृत्ति बहुत होती है, जिस कारण यह बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव से आसानी से चुम्बकित हो जाता है। स्थायी चुम्बक के लिए इस्पात का उपयोग इसलिए होता है कि इसकी धारणशीलता अधिक होता है इसलिए इस्पात में उत्पन्न चुम्बकत्व बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र हटा लेने पर भी कायम रहता है।
9. नमन कोण से क्या समझते है ?
उत्तर- पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र क्षैतिज दिशा के साथ जो कोण बनावे, उसे उस स्थान पर नति या नमन कोण कहा जाता है। इसे ‘8’ द्वारा सूचित किया जाता है। पृथ्वी के ध्रुव पर इसका मान 90° होता है जो कि महत्तम है जबकि विषुवत रेखा पर इसका मान 0° होता है जो कि न्यूनत्तम है।
10. ट्रांसफॉर्मर क्या है
उत्तर – ट्रांसफॉमर : ट्रांसफॉर्मर एक ऐसी विद्युत युक्ति है, जिसकी सहायता से उच्च धारा की निम्न प्रत्यावर्ती वोल्टता को निम्न धारा की उच्च प्रत्यावर्ती वोल्टता में तथा निम्न धारा की उच्च प्रत्यावर्ती वोलता को उच्च धारा की निम्न प्रत्यावर्ती वोल्टता में परिवर्तित किया जा सकता है ।