Class 12th Physics Chapter 2 Most Important Subjective Questions Answers 2024
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1. स्थिर वैद्युत परिरक्षण क्या है? इसके जीवनोपयोगी उपयोग लिखें ।
उत्तर – स्थिर वैद्युत परिरक्षण आकाश के एक निश्चित क्षेत्र को बाह्य क्षेत्र से सुरक्षित रखने की घटना को ही स्थिर वैद्युत परिरक्षण कहा जाता है।
उपयोग : बरसात में तूफान के समय जब आकाशीय बिजली का प्रकोप होता है तो उस समय खुले मैदान की अपेक्षा कार या बस के अंदर रहना अधिक सुरक्षित रहता है। कार या बस का आवरण वैद्युत परिरक्षण प्रदान करता है ।
2. किसी संधारित्र में दूसरे चालक प्लेट की क्या भूमिका है ?
उत्तर— जब दो आवेशित चालक प्लेटों को एक-दूसरे के नजदीक लाया जाता है तो इनके विभव में कमी आती है, जिसके कारण इनकी धारिता बढ़ जाती है। यही कारण है कि दूसरे प्लेट को पहले प्लेट के निकट लाने से धारिता बढ़ जाती है ।
3. चालक की धारिता से आप क्या समझते है ?
उत्तर – चालक की विद्युत-धारिता- किसी चालक की विद्युत- धारिता या धारिता संख्यात्मक रूप से उस आवेश के बराबर होती है जो उसका विभव एकांक से बढ़ा दें । किसी चालक की विद्युत-धारिता से उस चालक द्वारा आवेश संचित करने की क्षमता व्यक्त होती है। विद्युत-धारिता का SI मात्रक फैराड (F) है ।
4. विद्युत अनुनाद को समझाएँ
उत्तर— विद्युत अनुनाद (Electrical Resonance ) — किसी निश्चित आवृत्ति पर धारा- आयाम के महत्तम होने की घटना को अनुनाद कहा जाता है। अनुनाद की स्थिति में परिपथ की प्रतिबाधा मूलतः उसके प्रतिरोध के बराबर होती है ।
5. विद्युत मशीनों में कहीं तीखा कोर या नोक नहीं छोड़ा जाता है, क्यों ?
उत्तर— किसी चालक के नुकीले भाग की वक्रता त्रिज्या काफी होती है। उस भाग के नजदीक विद्युत तीव्रता काफी अधिक हो जाती है। इस स्थिति में हवा का विद्युतरोध भंग हो जाएगा। चालक के नोंक से आवेश निकलकर हवा में प्रवाहित होने लगते हैं और तब आवेशित हवा के कण हटते जाते हैं और आवेश लगातार बाहर निकलते जाते हैं। इससे चालक पर आवेश घटता है और चालक अनावेशित हो जाती है ।
6. किसी चालक का तल समविभवी होता है, क्यों ?
उत्तर— किसी चालक का तल सम विभवी होता है क्योंकि उसके किसी बिंदु पर यदि विभव अधिक होता तो आवेश कम विभव वाले बिंदु की ओर प्रवाहित होकर विभव को बराबर कर देता। किसी बंद खोखले आवेशित चालक के भीतर सभी स्थान पर विभव बराबर होता है और चालक के तल के विभव के बराबर होता है क्योंकि चालक के अंदर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता शून्य होती है ।
7. एक आवेशित संधारित्र और सेल में क्या अंतर है ?
उत्तर- आवेशित संधारित्र में संचित ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा प्रदान करता है जबकि विद्युत सेल नियत विभवांतर पर रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है।
8. जब किसी परावैद्युत प्लेट को बाहरी विद्युत क्षेत्र में रखते है तो परावैद्युत प्लेट के अंदर विद्युत क्षेत्र कम क्यों हो जाता है ?
उत्तर— परावैद्युत गुटके को बाहरी विद्युत क्षेत्र में रखने पर इसके अणुओं का ध्रुवण हो जाता है; फलस्वरुप इसके अंदर बाहरी क्षेत्र हो जाता है। इसलिए बाहरी क्षेत्र में रखने पर परावैद्युत प्लेट के अंदर विद्युत क्षेत्र घट जाता है।
9. कूलम्ब के नियम का महत्व बताइए ।
उत्तर- कूलम्ब का नियम बहुत बड़ी दूरियों से लेकर बहुत छोटी दूरियों (नाभिकीय दूरी से ज्यादा) के लिए सत्य है। इस नियम से उन बलो की भी व्याख्या करने में सहायता मिलती है जिनके कारण :
(i) किसी परमाणु के इलेक्ट्रॉन उसके नाभिक के साथ बाँधकर परमाणु की रचना करते हैं ।
(ii) दो या दो अधिक परमाणु परस्पर संयुक्त होरक एक अणु की रचना करते है।
10. ध्रुवीय तथा अध्रुवीय परावैद्युत से क्या समझते है ?
उत्तर- ध्रुवीय परावैद्युत— वैसे परावैद्युत जिसमें घन आवेश तथा ऋण आवेश का केन्द्र अलग-अलग होते हैं, ध्रुवीय परावैद्युत कहलाता है। ऐसे परावैद्युत का स्थायी द्विध्रुव आघूर्ण होता है।
अध्रुवीय परावैद्युत- वैसे परावैद्युत जिसमें धन आवेश तथा ऋण आवेश का केन्द्र एक ही बिंदु पर संपाती होते है, अध्रुवीय परावैद्युत कहा जाता है। ऐसे परावैद्युत का द्विध्रुव शून्य होता है।